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केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत नए पैन कार्ड 2.0 का उपयोग देश के 78 करोड़ पैन कार्ड धारकों की जगह लेने के लिए किया जाएगा। जिसे पैन कार्ड उपयोगकर्ता मुफ्त में एक्सेस कर सकेंगे। भारत सरकार की कैबिनेट कमेटी ने पैन कार्ड में बड़े बदलाव करने का फैसला किया है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में क्यूआर कोड वाले पैन कार्ड 2.0 को मंजूरी दी गई। नए पैन कार्ड 2.0 प्रोजेक्ट पर 1435 रुपये खर्च होंगे। कार्ड के एडवांस होने तक मौजूदा पैन नंबर अपरिवर्तित रहेगा। पैन कार्ड(स्थायी खाता संख्या) एक विशेष पहचान संख्या है जो भारत के आयकर विभाग द्वारा लोगों और संगठनों को जारी की जाती है। ये इसके प्राथमिक अनुप्रयोग हैं।
- पैन कार्ड ऐसी वित्तीय गतिविधियों की निगरानी के लिए उपयोग किया जाता है जिनमें कर योग्य घटक हो सकते हैं। पैन का उपयोग वैश्विक पहचान कुंजी के रूप में किया जाता है जैसे करों का भुगतान करना, आयकर रिटर्न दाखिल करना और अन्य वित्तीय कार्य करना आदि सभी के लिए इसकी आवश्यकता होती है।
- पैन कार्ड को बैंक में खाता खोलने, ऋण के लिए अनुरोध करने, अचल संपत्ति खरीदने या बेचने, या उच्च मूल्य वाली वस्तुओं (जैसे सोना, कार, आदि) को खरीदने जैसे महत्वपूर्ण वित्तीय कार्यों के लिए, पैन धारक होना आवश्यक है।
- परमानेंट अकाउंट नंबर एक विशिष्ट दस अंकों की संख्या होती है। जिसमें दस अंक का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है जो धारक का विशिष्ट नंबर होता हैं। पहले पाँच अक्षर, अक्षर होते हैं। उसके बाद चार अंक और अंत में एक और अक्षर होता है।
पैन कार्ड 2.0
भारत में 1972 से इस्तेमाल हो रहे पैन कार्ड में बदलाव होने जा रहा है। मोदी सरकार ने पैन कार्ड 2.0 वर्जन को मंजूरी दे दी है। देश के 78 करोड़ नागरिकों को अपने पैन कार्ड को अपडेट कराना होगा। इसका लक्ष्य करदाताओं का काम आसान बनाना है। सरकार की मंजूरी के बाद लोगों के मन में कई तरह की शंकाएं उभर रही हैं।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि "केंद्रीय कैबिनेट ने पैन 2.0 को मंजूरी दे दी है।" देश के पैन सिस्टम को पैन 2.0 में अपग्रेड किया जाएगा। इसका लक्ष्य नागरिक और कॉर्पोरेट सिस्टम को और अधिक कुशल बनाना है। दूसरे शब्दों में, निजी और वाणिज्यिक दोनों व्यक्तियों के लिए प्रक्रिया को आसान बनाना है।
उनके अनुसार, लोगों के पुराने पैन कार्ड मुफ़्त में अपडेट किए जाएँगे और उन्हें क्यूआर कोड में बदलने का विकल्प होगा। यह पूरी तरह से कागज़ रहित होगा और ऑनलाइन संचालित होगा। इसके अगले संस्करण में नई सुविधाएँ होंगी। हालाँकि, पैन कार्ड नंबर नहीं बदलेगा। आपकी सारी जानकारी इस कार्ड पर मौजूद क्यूआर कोड में समाहित होगी। इससे बैंक खाता खोलना, करों का भुगतान करना और व्यवसाय पंजीकृत करना आसान हो जाएगा।
पैन कार्ड के मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं
वित्तीय गतिविधि ट्रैकिंग: पैन सरकार को कर योग्य आय पर नज़र रखने और कर चोरी रोकने में सहायता करता है।
पहचान प्रमाण: यह विभिन्न स्थितियों में पहचान सत्यापन के रूप में भी काम कर सकता है।
आसान टैक्स फाइलिंग: पैन कार्ड के जरिये आयकर रिटर्न दाखिल करने और कर रिफंड प्राप्त करने के साथ अन्य वित्तीय कार्यों के लिए पैन आवश्यक है।
पैन कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें
- ऑनलाइन आवेदन: आप आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या NSDL या UTIITSL जैसे अधिकृत संगठनों के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
- आवश्यक दस्तावेज़: आमतौर पर, आपको पासपोर्ट आकार की फोटो, पहचान पत्र (जैसे वोटर आईडी, पासपोर्ट या आधार) और पते का प्रमाण (जैसे उपयोगिता बिल या बैंक स्टेटमेंट) की आवश्यकता होगी।
पैन कार्ड 2.0 में कौन-कौन सी सुविधाएं नई हैं?
- पैन कार्ड की तकनीक पूरी तरह से अपडेट की जाएगी।
- सभी तरह के व्यवसायों की पहचान करना और उनका पंजीकरण करना आसान होगा।
- एकीकृत प्लेटफॉर्म के निर्माण से अनुभव बेहतर होगा।
- साथ ही, डेटा की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।
- पैन कार्ड की तकनीक पूरी तरह से अपडेट की जाएगी।
- सभी तरह के व्यवसायों की पहचान करना और उनका पंजीकरण करना आसान होगा।
मैं नया पैन 2.0 कार्ड कहां से प्राप्त कर सकता हूं?
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, इसे प्राप्त करने के लिए आम आदमी को कोई कदम उठाने की जरूरत नहीं है। नया, उन्नत पैन कार्ड लाने के लिए कुछ खास करने की जरूरत नहीं है। विभाग देश में 78 करोड़ पैन कार्ड अपने आप भेज देगा। तब तक पुराने पैन कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
नया पैन कार्ड का अवतार
सरकार के मुताबिक ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर 15 से 20 साल पुराना है। इसमें कुछ दिक्कतें हो सकती हैं। टैक्स, ट्रांजेक्शन और शिकायत जैसे कामों की प्रक्रिया को तेज़ करने के लिए पैन 2.0 सिस्टम को डिजिटल तरीके से तैयार करेगा। नए पैन से सिस्टम में धोखाधड़ी और नकली पैन कार्ड से बचा जा सकेगा।
नया पैन कार्ड क्यों ज़रूरी है?
चूंकि पैन कार्ड अंततः एक सार्वभौमिक पहचान पत्र के रूप में कार्य करेगा, इसलिए एक नई प्रणाली की आवश्यकता थी। व्यापार क्षेत्र में, एकल पहचान पत्र की आवश्यकता बढ़ रही है। PAN और TAN जैसे कई पहचान पत्रों को एक ही पहचान पत्र से बदलने के लिए। पैन और टैन को एक साथ लाने का सरकार का निर्णय इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसके अलावा, पैन डेटा वॉयस सिस्टम भी आवश्यक हो जाएगा। व्यापारियों और करदाताओं के लिए, यह प्रक्रिया को सरल और सुरक्षित बनाएगा। यह कदम एक महत्वपूर्ण सुधार साबित होगा जिसका उद्देश्य व्यावसायिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिजिटल पहचान प्रणाली को बढ़ाना है।
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