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गोबर से निर्मित जैविक खाद बनाने की विधि

गाय के गोबर से जैविक खाद बनाते समय यह जरूरी है कि इसमें डाली जाने वाली सामग्री की मात्रा सही हो। जिससे हमें अच्छी गुणवत्ता वाली जैविक खाद प्राप्त हो सके। गाय के गोबर से जैविक खाद बनाने की विधि बहुत आसान है। इसे हम घर पर ही तैयार कर सकते हैं. गाय के गोबर से जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया में केंचुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

जैविक खाद बनाने के लिए के लिए समतल और ठोस जमीन का चयन करना चाहिए। सुनिश्चित करे की जैविक खाद बनाने वाली जगह पर गड्ढे ना हो और किसी भी तरह का जल भराव ना हो। स्थन को वी शेप मैं बनाना है यानी कि भूमि के दोनों सिरों की तरफ हल्का सा ढलान होना चाहिए। जिससे पानी बाहर निकल जाए। अब उस पर पॉलिथीन की परत बिछाई जाती है। पॉलिथीन की परत बिल्कुल समतल रहे तथा पॉलिथीन लेयर के चारों तरफ किनारों पर आप ईंट या मिट्टी की बांध लगा सकते हैं।

जैविक खाद बनाने की विधि
organic fertilizer बनाने के लिए आपको समतल भूमि पर बैड बनाने होंगे। इसके बाद गोवर को 5 -10 दिनों तक  पानी से ठंडा करना है अब बैडो में गोवर डालकर फिर से 3 दिन सुबह शाम पानी से ठंडा करना है। अब उसमे केचुओं  सकते है। गोबर से जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया में केंचुआ अहम भूमिका निभाता है। केचुआ डालने के बाद पराली या जूट की बोरी से ढकना उचित रहता है।
गोबर से जैविक खाद कैसे बनाये

केंचुओं के माध्यम से हमें जैविक खाद प्राप्त होती है। केंचुए 2 महीने में गोबर से जैविक खाद बना लेते हैं। तो आज हम गाय के गोबर से केंचुआ की खाद बनाने की विधि के बारे में जानेंगे। जैविक खाद बनाने के लिए आपको समतल जमीन पर क्यारियां बनानी होंगी. इसके बाद गोबर को 5-10 दिन तक पानी से ठंडा करना होता है. अब क्यारी में गाय का गोबर डालें और 3 दिन तक सुबह-शाम फिर से पानी से ठंडा कर लें।

अब इसमें केंचुए भी हो सकते हैं. गाय के गोबर से जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया में केंचुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। केंचुए डालने के बाद इसे पुआल या जूट की बोरी से ढकने की सलाह दी जाती है. केंचुए गाय के गोबर से 2 महीने में जैविक खाद बनाती है, जिसे केंचुए खाद कहते हैं। अब आपको पानी की जरूरत पड़ेगी. 

आपको नियमित 60 दिन तक पानी का उपयोग करना चाहिए। एवं समय समय पर खाद की जाँच करते रहना चाहिए। खाद तैयार होने पर पानी को बंद कर दें। 3 दिन बाद खाद को बैड से उतर सकते है। उसे छानकर पैक करने के बाद आपका खाद बजार में बिकने के लिए तैयार है।

जैविक खाद के उपयोग

  • वर्मी कंपोस्ट खाद प्राकृतिक होता है। जो की कैचुआ द्वारा बनाया जाता है।
  • वर्मी कंपोस्ट खाद प्राकृतिक खाद होने की वजह से इसे सभी प्रकार की फसलों में प्रयोग कर सकते हैं।
  • वर्मी कंपोस्ट खाद से खेत की मिट्टी स्वस्थ रहती है एवं मिट्टी में वायु संचार बना रहता है। जिससे की फसल की बृद्धि होती है और उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।
  • वर्मी कंपोस्ट खाद का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है।
  • कंपोस्ट खाद केमिकल रहित होता है।
  • यह फसलों के लिए हर तरह से लाभदायक है।
  • ऐसा माना जाता है इसका उपयोग करने से दूसरे किसी भी प्रकार के केमिकल खाद की आवश्यकता नहीं होती है। फसलों के लिए सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

गोबर से जैविक खाद बनाने की विधि

जैविक खाद बनाने के लिए बेड की आवश्यकता होगी। ध्यान रखें कि बेड की चौड़ाई 4 फीट से अधिक ना हो। जिससे आपको काम करने में दिक्कत हो। बेड की संख्या एवं बेड की मात्रा और आकार आप अपनी सुविधा अनुसार रख सकते हैं। बेड को आप सीमेंट या मिट्टी का भी बना सकते हैं। इसके बाद उस पर पॉलिथीन की परत बिछाई जाती है।

पॉलिथीन के चारों तरफ मिट्टी का एक बांध लगाना अनिवार्य है। जिससे केचुआ बेड से बाहर न निकल पाए। बेड बनाते समय ध्यान रखें की बैड को वी शेप मैं बनाना है। यानी कि बेड के दोनों सिरों की तरफ हल्का सा ढलान होना चाहिए। जिससे बेड का पानी से बाहर निकल जाए। निकलने वाले पानी के लिए आपको शुरू से ही नाली की भी व्यवस्था करनी चाहिए। बेड के दोनों तरफ से आपको दो -दो फ़ीट की नालियां आपको बेड के बेस्ट पदार्थ तथा पानी को निकलने से आसानी होगी।

बेड के चारों तरफ नाली होने से बारिश के पानी को निकलने में आसानी होगी और अधिक पानी की वजह से केचुए को कोई परेशानी न होगी। बेड की सतह को अच्छी तरह समतल करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। अब आपस प्लास्टिक शीट को बिछाना शुरू कर सकते हैं। इसे सुनिश्चित करें कि प्लास्टिक शीट अच्छी तरह समतल हो गई है। इस पर ईंट या मिट्टी की मेड़ लगाना शुरू कर सकते हैं। जिससे आप का गोबर बेड से बाहर नहीं न निकले। मेड़ लगाने के बाद आपका बैड भरने के लिए तैयार है।

केंचुए से जैविक खाद बनायें

अब आप केंचुए को डाल सकते हैं। इसलिए कैचुआ को हमें अच्छा खाना देने से वह अपना काम अच्छी तरह करेगा। जिससे कैचुआ की संख्या में वृद्धि होगी। जो कि जैविक खाद बनाने के लिए बहुत जरूरी है। कैचुआ 2 महीने में गोबर से जैविक खाद बनाकर दे देता है। वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करने के लिए केंचुए की प्रजाति का परिचय होना चाहिए। केंचुए की कई प्रजाति है जिनमें से आईसीना फोल्ड्रेना केंचुए की प्रजाति जैविक खाद बनाने के लिए उपयुक्त मानी जाती है जो कि आपको 2 महीने में गोबर से जैविक खाद बनाकर देता है।

आईसीना फोल्ड्रेना केंचुए एक ऑस्ट्रेलियन प्रजाति है। जो 3 से 4 इंच लंबा एवं लाल रंग का होता है। वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए यह सबसे उपयुक्त होता है। आईसीना फोल्ड्रेना प्रजाति का केंचुए 90% गोबर एवं 10% मिट्टी खाता है। अन्य प्रजाति के केंचुए ऐसा नहीं करते। केंचुए की प्रजाति का चयन करने के बाद अब बेड़ पर डालना शुरू करें।आपको केंचुए की मात्रा का भी ध्यान रखना है। केंचुए की मात्रा वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए 1 किलो प्रति फ़ीट के हिसाब से उपयुक्त माने जाते हैं। यानी कि 4*10 फीट लंबे बेड के लिए 10 किलो केंचुआ उपयुक्त होता है। केंचुआ को बेड के सबसे ऊपर के हिस्से पर डालना चाहिए। 

केचुआ डालने के बाद दो-तीन दिन लगातार पानी का प्रयोग जरूरी है। बेड को पराली या झूट के बोरी से अच्छी तरह ढक देना चाहिए। जिससे कि केचुआ के पास सीधे धुप न जाए। अब इस पर अच्छी तरह से पानी का छिड़काव करें। पानी आपको हर दिन सुबह शाम देना चाहिए एवं सर्दियों में 2 दिन बाद प्रयोग कर सकते हैं। पानी की मात्रा देते समय ध्यान रखें कि पानी बैड़ से बाहर निकलना शुरू हो जाना चाहिए। अब पानी की मात्रा पूरी हो चुकी है। इस तरह रोज पानी दे। इस प्रक्रिया को लगाता 60 दिन तक प्रयोग करें 2 महीने बाद आपका वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार हो जाएगा।

गोबर का उपयोग

गोबर भरने से पहले गोबर 20 से 30 दिन से ज्यादा पुराना ना हो। गोबर के ढेर में आपको 10 दिन तक लगातार सुबह शाम अच्छी तरह पानी डालना है। इससे गोबर ठंडा हो सके और केचुए को कोई परेशानी ना हो। ठंडे गोवर मैं केचुए अधिक क्रियाशील रहता है। और खाद भी जल्दी और अच्छी तरह बनाता है। जिससे केंचुआ की संख्या में भी वृद्धि देखी जा सकती है। आपको सुनिश्चित करना है कि गोवर में मौजूद गर्मी खत्म हो गई है। 

इसका पता करने के लिए आप 10 दिन लगातार पानी लगाने के बाद हाथ से गोवर को छूकर पता कर सकते हैं।गोबर को ठंडा होने पर आप ऐसे जैविक खाद बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। गोवर को बेड में डालते समय ध्यान रखें कि गोवर ठोस ना हो। गोबर को पिरामिड की तरह से डालें। बेड में गोबर की ऊंचाई लगभग 1 से 1.5 फीट तक ही रखें। अब पूरे बेड में गोबर भर देना है। बेड भरने के बाद बेड की ऊंचाई सुनिश्चित करें।

अब आपको पानी की आवश्यकता होगी। आपको नियमित 60 दिन तक पानी का उपयोग करना चाहिए। जिससे गोबर मुलायम होगा और केंचुए का मुलायम खाना तैयार होगा। केंचुए को मुलायम खाना देने से उसे जल्दी खाद तैयार कर देगा। एवं समय समय पर खाद की जाँच करते रहना चाहिए। खाद तैयार होने पर पानी को बंद कर दें।

बैड से जैविक खाद प्राप्त करना

अब आपको पानी बंद कर देना चाहिए। आपका कंपोस्ट खाद बनकर तैयार हो गया। इसे 3 से 5 दिन बाद खाद को बेड से उतर सकते हैं। जिसके लिए आप हल्के हाथ से खाद को उतार सकते हैं या किसी लकड़ी के बने फावड़े का प्रयोग कर सकते हैं। धीरे-धीरे खाद को उतारना शुरू करें। खाद को बेड़ से उतारकर उसकी ढेरिया बना दें। अब आप इसे किसी मशीन की सहायता से छानकर पैकिंग कर सकते हैं और आपका खाद बाजार में बिकने के लिए तैयार है।

ध्यान रखने योग्य बातें

  • कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है
  • बेड के लिए ठोस जमीन का होना सुनिश्चित करें।
  • बेड के चारों तरफ ईंट की या मिट्टी की मेड बनाएं।
  • बेड के चारों तरफ नालिया होना जरूरी है।
  • बेड में गोबर 15 से 30 दिन से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए।
  • गोवर को अच्छी तरह ठंडा करना अनिवार्य है।
  • बेड की चौड़ाई 4 फीट और ऊंचाई डेढ़ फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • बेड के ऊपर छांव होना अनिवार्य है इसके लिए आप किसी भी ग्रीन मेट का प्रयोग कर सकते हैं।
  • बताए गए नियम अनुसार पानी का उपयोग अनिवार्य है।
  • केंचुए की प्रजाति का सही चुनाव करें।
  • खाद को उतारते समय सावधानी बरते।
  • खाद को बेड से चार पांच बार में थोड़ा थोड़ा उतारे है।
  • चींटी एवं अन्य कीड़े केंचुए के लिए हानिकारक होते हैं आपको इसका ध्यान रखना है।
  • वर्मी कंपोस्ट बेड हमेशा छाँवदार और हवादार जगह पर होना चाहिए।

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