संधारणीय कृषि: एक जिम्मेदार भविष्य का निर्माण

सतत कृषि का मतलब है फसल को इस तरह उगाना जो अभी और भविष्य में भी पर्यावरण के लिए अनुकूल हो, किसानों के लिए सही हो, और समुदायों के लिए सुरक्षि...

मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024

Waste Decomposer: स्वस्थ पौधे उगाने का एक प्राकृतिक तरीका

गोबर सड़ी हुई पशु अपशिष्ट (जैसे गाय, मुर्गी, घोड़े या भेड़) होती है जिसे अक्सर भूसे या बिस्तर के सामान के साथ मिलाया जाता है। यह नाइट्रोजन (N), फॉस्फोरस (P), और पोटेशियम (K) जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक हैं। अपशिष्ट अपघटक गाय के गोबर, गुड़ और पानी को किण्वित करके बनाया गया एक प्राकृतिक उर्वरक है। इसमें उपयोगी सूक्ष्मजीव होते हैं जो रसोई के कचरे और पौधों के अवशेषों जैसे जैविक कचरे के अपघटन को तेज़ करते हैं। यह मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करता है, पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है और रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को कम करता है। किसान और बागवान इसका उपयोग तेज़ी से खाद बनाने, मिट्टी को उपजाऊ बनाने और पौधों को बीमारियों से बचाने के लिए करते हैं। यह सस्ता, पर्यावरण के अनुकूल और घर पर या खेत में बनाने में आसान है।

How to make a waste decomposer liquid, वेस्ट डीकंपोजर तरल कैसे बनाएं

डीकंपोजर कैसे बनाएं?

वेस्ट डीकंपोजर तरल (Waste Decomposer Liquid) एक जैविक उत्पाद है। यह उत्पाद देशी गाय के गोबर से निकले सूक्ष्मजीवों से बनाया गया है। जिसके द्वारा डी कंपोजर बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाती है। जो जैविक कचरे को तेजी से खाद में बदलने में मदद करता है। इसे नेशनल राष्ट्रीय जैविक खेती केंद्र गाजियाबाद के द्वारा विकसित किया गया था। कुछ विशेष परिस्थिति के कारण से बाद में इसे बंद कर दिया गया था। लेकिन कुछ प्राइवेट कंपनियों के द्वारा यह कार्य किया जा रहा है।

वेस्ट डीकंपोजर तरल बनाना किफायती और पर्यावरण-हितैषी तरीका है। यह खेत में मृदा कंडीशनर का काम करता है। जिसके द्वारा आप अपने खेत या बगीचे में जैविक खाद की मात्रा बड़ा सकते हैं। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और पर्यावरण को बचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अपशिष्ट डीकंपोजर(Waste Decomposer) का उपयोग कृषि अपशिष्ट, पशु गोबर, रसोई अपशिष्ट और शहर के कचरे जैसी सभी बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों को खाद बनाने के लिए किया जा सकता है।

शुआत में बेस्ट डीकंपोजर की कीमत ₹20 थी। सर्वोत्तम डीकंपोजर बनाने के लिए आपको एक ड्रम में 200 लीटर साफ़ पानी और 2 किलो गुड़ व देशी गाय का ताज़ा गोबर (पानी के 10%) को आपस में अच्छी तरह मिलाना होगा। इस घोल में बेस्ट डीकंपोजर कल्चर डालकर आपस में मिलाने के बाद इसे 5 दिन के लिए ढँककर छोड़ दें। पांच दिनों के बाद यह जैविक घोल तैयार हो जाता है। 

इसके अतिरिक्त इससे कल्चर भी बना सकते हैं। हर बार नया कल्चर बनाकर हम बार-बार प्रयोग में ला सकते हैं। अगर दोबारा डीकंपोजर बनाना है, तो 200 लीटर पानी में 2 किलो गुड़ को घोलकर100 ग्राम बेस्ट डी कंपोजर डालकर चार दिन बाद यह दोबारा से तैयार हो जाएगा। इसे बनाने के लिए अच्छा और स्वच्छ पानी की आवश्यकता होती है।

मूलतः ऐसा कुछ जो जैविक कचरे को तेज़ी से विघटित करने में मदद करता है, जैसे कि रसोई का कचरा, खाद, या फसल अवशेष।

प्राकृतिक अपघटक बनाने के कुछ तरीके हैं, लेकिन भारत (और अन्य जगहों) में सबसे लोकप्रिय और प्रभावी तरीकों में से एक लाभकारी सूक्ष्मजीवों, विशेष रूप से लैक्टोबैसिलस, कवक, और कभी-कभी गोबर-आधारित तैयारियों के मिश्रण पर आधारित है।

घर पर एक सरल प्राकृतिक अपशिष्ट अपघटक कैसे बनाएँ

यहाँ राष्ट्रीय जैविक खेती केंद्र (NCOF), भारत से प्रेरित एक नुस्खा दिया गया है, जिसका उपयोग कई किसान करते हैं।

सामग्री- गुड़ – 500 ग्राम, गाय का गोबर (ताज़ा या सूखा) – 1 किलो, गाय का मूत्र – 1 लीटर (वैकल्पिक लेकिन प्रभावी), साफ़ पानी – 10 लीटर (क्लोरीन रहित), एक प्लास्टिक ड्रम या मिट्टी का बर्तन – 15-20 लीटर क्षमता वाला, ढक्कन सहित।

तैयार करने के चरण

  • गुड़ को गर्म पानी में मिलाएँ – इसे पूरी तरह घुलने दें। यह सूक्ष्मजीवों का भोजन स्रोत है।
  • गाय का गोबर और गोमूत्र डालें – अच्छी तरह मिलाएँ जब तक कि मिश्रण पूरी तरह से मिल न जाए। इससे सूक्ष्मजीवी कल्चर और एंजाइम्स मिल जाएँगे।
  • पानी डालें – कुल 10 लीटर तक साफ़, क्लोरीन रहित पानी डालें।
  • किण्वन – बर्तन को ढककर किसी छायादार, गर्म जगह पर 5-7 दिनों के लिए रखें।
  • दिन में एक बार हिलाएँ।
  • आपको बुलबुले और हल्की खट्टी गंध दिखाई देगी - यही किण्वन की प्रक्रिया है।

इस्तेमाल कैसे करें

  1. खाद बनाने के लिए: इस घोल की 1 लीटर मात्रा को 10 लीटर पानी में मिलाएँ और हर 4-5 दिनों में खाद या कचरे के ढेर पर छिड़कें।
  2. मिट्टी के लिए: सूक्ष्मजीवी गतिविधि को बेहतर बनाने के लिए आप इसे मिट्टी में भी डाल सकते हैं। 1 लीटर डीकंपोजर को 20 लीटर पानी में मिलाएँ और पौधे लगाने से पहले मिट्टी में डालें।
  3. पौधों के अपशिष्ट के लिए: 1 लीटर डीकंपोजर को 30 लीटर पानी में मिलाकर हर 10-15 दिन में पत्तियों पर छिड़काव करें। सड़ते हुए फसल अवशेषों या रसोई के कचरे पर इसका छिड़काव करें ताकि विघटन में तेज़ी आए।

इससे पौधों को बेहतर विकास करने में मदद मिलती है, अपशिष्ट कम होता है और मिट्टी स्वस्थ रहती है।

नोट

  • यह गर्म (30-40°C) तापमान पर सबसे अच्छा काम करता है, क्योंकि सूक्ष्मजीवी गतिविधि बढ़ जाती है।
  • आप इस मिश्रण को एक महीने तक स्टोर कर सकते हैं, लेकिन ताज़ा मिश्रण ज़्यादा बेहतर होता है।
  • अगर आपके पास गोबर/मूत्र नहीं है, तो आप इसकी जगह कम्पोस्ट या बगीचे की मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं (हालाँकि यह धीरे-धीरे काम करेगा)।

प्रयोग करने की विधि

कंपोजर को बोतल में भरकर सभी किसानों को उपलब्ध करा सकते हैं जिससे अन्य किस भी इसका उपयोग कर सकें। 1 लीटर बेस्ट डीकंपोजर के गोल को 10 से 15 लीटर पानी में पानी में मिल सकते हैं। अगर इसे सीधे प्रयोग किया गया तो यह पौधे को जला सकता है। इसका प्रभाव पांच दिनों के बाद दिखाई देने लगता है। एक एकड़ खेत में 200 लीटर डीकंपोजर का प्रयोग होता है। इसे खेत की मिटटी के साथ मिलकर शीघ्र ही फसल अवशेष प्राकृतिक खाद में बदल जाते है। यह फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अच्छा काम करता है। waste decomposer liquid बड़ी फसल में प्रयोग लाभदायक है। एक टंकी में एक से डेढ़ लीटर बेस्ट डी कंपोजर घोल का प्रयोग करते हैं तो इससे अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है। इसे बीजोपचार में प्रयोग किया जा सकता है।

बेस्ट डीकंपोजर के फायदे

  • अच्छे सूक्ष्मजीवों को बढ़ाकर मिट्टी की उर्वरता में सुधार करता है।
  • रसोई और बगीचे के कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया तेज़ करता है। जैविक अपशिष्ट (रसोई का कचरा, पत्ते, खाद) 3–5 गुना तेज़ी से विघटित होता है।
  • रासायनिक उर्वरकों की ज़रूरत कम करता है।
  • पौधों को कीटों और बीमारियों से बचाता है।
  • सस्ता, प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल है - घर पर बनाना आसान है।

  • मृदा उर्वरता में सुधार करता है - मृदा में सूक्ष्मजीवी गतिविधि को बढ़ाता है, संरचना में सुधार करता है, और पोषक चक्रण में मदद करता है।
  • रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को कम करता है - यह मृदा में प्राकृतिक पोषक तत्व (N, P, K) जोड़ता है और सूक्ष्मजीवी जीवन को बढ़ाता है।
  • पौधों को रोगों से बचाता है - लाभकारी सूक्ष्मजीव मृदा में हानिकारक जीवाणुओं/कवकों को परास्त करते हैं।
  • जैवउर्वरक और जैवकीटनाशक के रूप में कार्य करता है - नियमित उपयोग से मृदा जनित रोगों और कीटों को प्राकृतिक रूप से दूर किया जा सकता है।
  • लैंडफिल से जैविक कचरे को बचाता है - घर के बगीचों, खेतों और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बढ़िया।
  • बनाने में बहुत सस्ता - सामग्री कम लागत वाली है और अक्सर गांवों और खेतों में पहले से ही उपलब्ध होती है।

पराली प्रबंधन में प्रयोग

गेहूं एवं धान की पराली को प्रबंधन करने के लिए अगली फसल की बुबाई का समय कम रहता है। इसे नजदीक बायोगैस प्लांट को भेज सकते हैं। वहां इसे 40 फीट गहरे कुआं में डाला जाता है, इसके ऊपर गोबर, इसके बाद साथ बैक्टीरिया डाला जाता है। इसे डीकंपोज्ड करके गैस बनाई जाती है। इसे भरकर ईंधन के रूप में प्रयोग की जाती है। इससे निकलने वाली जैविक खाद को किसानों को उपलब्ध करा दिया जाता है। एक बीघा खेत में 1 टन पुआल प्राप्त होता है। 1 टन पुआल में 100 किलो गैस निकलती है। खेत में इस प्राकृतिक डीकंपोजर के प्रयोग से उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। अगर आपने इससे पहले कभी इसका प्रयोग नहीं किया है, तो इसे 1 से 2 साल का समय दें।

थनैला में प्रयोग

पशुओं में होने वाले रोगों में थनैला प्रमुख रोग है। अपने घर पर पशुपालन करने वाले किसान अपने मवेशी के थनैला रोग में इस प्रभावी डीकंपोजर का प्रयोग कर सकते हैं। जिससे इस रोग में फायदा हो सकता है। पहले पशु चिकित्सक की सलाह लें। इसे 1 लीटर पानी में 100 ml डीकंपोजर मिलकर 15 मिनट के अंतराल पर थनै की सफाई कर लेते हैं तो थनैला रोग में फायदा हो सकता है। (प्रयोग से पहले पशु चिकित्सक की सलाह लें)

प्राकृतिक डीकंपोजर कहां मिलेगा

बेस्ट डीकंपोजर लेने के लिए निजी विक्रेता कंपनियां में यह उपलब्ध होता है। साथ ही जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में संपर्क कर सकते हैं।

कुछ महत्वपूर्ण बातें

कृषि में मृदा एवं फसल प्रबंधन में उपयोगी

  1. हमेशा डीकंपोजर के घोल को ठंडी और छायादार जगह पर रखें।
  2. इस प्राकतिक खाद के घोल डीकंपोजर को कभी भी सीधे धूप में न रखें।
  3. एक अच्छे डीकंपोजर को हमेशा पानी में मिलाकर उपयोग करें।
  4. टॉप रेटेड डीकंपोज़र उत्पाद की मात्रा अपशिष्ट की मात्रा पर निर्भर करती है।

अपशिष्ट अपघटक क्या है?

सुरक्षित • प्राकृतिक • पर्यावरण के अनुकूल, बगीचों, खेतों और स्कूलों के लिए बिल्कुल सही!

अपशिष्ट अपघटक गाय के गोबर, गुड़ (या चीनी) और पानी से बना एक प्राकृतिक सूक्ष्मजीवी घोल है। इसमें लाभकारी सूक्ष्मजीव (जैसे बैक्टीरिया और कवक) होते हैं जो जैविक कचरे को तेज़ी से विघटित करने में मदद करते हैं, जैसे:

  • रसोई का कचरा (सब्ज़ियों के छिलके, फलों का कचरा)
  • खेत का अवशेष (पत्तियाँ, भूसा, पौधों के तने)
  • पशुओं का गोबर
  • बगीचे का कचरा

इसे मिट्टी में मिलाने पर यह खाद बनाने की प्रक्रिया को तेज़ करता है और मृदा स्वास्थ्य में सुधार करता है।

इसमें क्या है?

  • मुख्य सूक्ष्मजीव गाय के गोबर और मूत्र से आते हैं। इनमें शामिल हैं:
  • लैक्टोबैसिलस (अच्छे बैक्टीरिया)
  • एक्टिनोमाइसीट्स (कठोर पौधों के रेशों को विघटित करते हैं)
  • कवक (कार्बनिक पदार्थों को विघटित करने में मदद करते हैं)
  • प्रोटोज़ोआ (सूक्ष्मजीव संतुलन बनाए रखते हैं)

जब आप इन सूक्ष्मजीवों को गुड़ (चीनी) और पानी देते हैं, तो वे तेज़ी से बढ़ते हैं और प्राकृतिक अपशिष्ट अपघटन के लिए एक शक्तिशाली उपकरण बन जाते हैं।

उपयोग

  • रसोई या बगीचे के कचरे को तेज़ी से खाद में बदलें
  • मिट्टी की गुणवत्ता और उर्वरता में सुधार
  • बदबूदार जैविक कचरे को साफ़ करें
  • प्राकृतिक खेती में भी इस्तेमाल किया जा सकता है

अगर आपने छोटे किसानों या बागवानों को कचरे के ढेर पर ड्रम से भूरे रंग का तरल इस्तेमाल करते देखा है - तो वह अक्सर अपशिष्ट अपघटक होता है।

निष्कर्ष

वेस्ट डीकंपोजर एक बेहतरीन उत्पाद है जो जैविक कचरे को तेजी से खाद में बदलने में मदद करता है। अगर आप जैविक खेती करना चाहते हैं तो वेस्ट डीकंपोजर आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

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