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संधारणीय कृषि: एक जिम्मेदार भविष्य का निर्माण

सतत कृषि का मतलब है फसल को इस तरह उगाना जो अभी और भविष्य में भी पर्यावरण के लिए अनुकूल हो, किसानों के लिए सही हो, और समुदायों के लिए सुरक्षित हो। हानिकारक रसायनों का उपयोग करने या मिट्टी को नुकसान पहुँचाने के बजाय यह फसलों को बदलने, खाद का उपयोग करने और पानी बचाने जैसे प्राकृतिक तरीकों पर ध्यान केंद्रित करता है। यह दृष्टिकोण न केवल प्रकृति की रक्षा करने में मदद करता है, बल्कि किसानों की लागत कम करके और उन्हें एक स्थिर आय अर्जित करने में भी मदद करता है। इसका मतलब यह भी है कि हम जो खाना खाते हैं वह ताज़ा, स्वस्थ और अधिक जिम्मेदारी से उत्पादित हो सकता है। ऐसी दुनिया में जहाँ जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और खाद्य असुरक्षा वास्तविक समस्याएँ हैं, टिकाऊ कृषि एक बेहतर, दीर्घकालिक समाधान प्रदान करती है जो सभी को लाभान्वित करती है - हमारी फसल को उगाने वाले लोगों से लेकर इसे खाने वाले लोगों तक। छात्रों सहित युवा लोगों को यह सीखकर महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए कि उनका भोजन कहाँ से आता है और ऐसे विकल्प चुनें जो एक स्वस्थ ग्रह का समर्थन करते हैं। संधारणीय कृषि क्या है? मृदा अपरदन, जलवायु परिवर्तन और खा...

ई-श्रम कार्ड बनवाने वालो को मिलेगा लाभ

ई-श्रम कार्ड योजना भारत सरकार द्वारा संचालित एक योजना है जिसके माध्यम से सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को वित्तीय सहायता/सुरक्षा प्रदान करने के लिए ई-श्रम पोर्टल शुरू किया है। जिस पर करीब 20 करोड़ लोग रजिस्टर्ड हो चुके हैं. अगर आप कर्मचारी हैं तो इसका फायदा उठा सकते हैं।

श्रम कार्ड योजना क्या है?

ई-श्रमिक कार्ड 26 अगस्त 2021 को लॉन्च किया गया था। ई-श्रम कार्ड योजना के तहत कार्ड बनवाने के लिए ऐसे सभी असंगठित श्रमिकों का एक डेटाबेस बनाना होगा जिसमें नियोजित मजदूर, प्रवासी मजदूर, कुली, फेरीवाले, घरेलू कामगार शामिल हैं। कृषि श्रमिक आदि देश के संगठित और असंगठित क्षेत्रों के श्रमिक ई-श्रमिक कार्ड बनवा सकते हैं।

ई श्रम कार्ड योजना के तहत आपको ई श्रमिक कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। भारत सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए कई प्रकार की योजनाएं शुरू की जाती हैं, जिनके बारे में श्रमिकों को पूरी जानकारी नहीं मिल पाती है। जिससे पात्र श्रमिक भी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। इसलिए भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए ई-श्रम कार्ड योजना शुरू की है।

योजना का उद्देश्य

योजना के तहत कार्ड बनवाने के लिए ऐसे सभी असंगठित श्रमिकों का एक डेटाबेस बनाना होगा जिसमें नियोजित मजदूर, प्रवासी मजदूर, कुली, फेरीवाले, घरेलू कामगार, कृषि श्रमिक आदि शामिल हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा असंगठित श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही सुरक्षा योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जायेगा तथा अन्य योजनाओं का लाभ दिया जायेगा।

पंजीकृत असंगठित श्रमिकों के लिए मंत्रालयों, एजेंसियों, विभागों, बोर्डों और राज्य सरकारों द्वारा संचालित सामाजिक और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी साझा करना। भविष्य में COVID-19 या अन्य राष्ट्रीय संकटों से निपटने के लिए सरकार को एक संपूर्ण डेटाबेस प्रदान करना

लेबर कार्ड के फायदे और नुकसान

  • असंगठित क्षेत्रों के मजदूर श्रमिक shram card बनवा लेते हैं तो उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी आसानी से मिल जाती है
  • जिसमें २ लाख (₹200000) का एक्सीडेंट बीमा कवर
  • विकलांग होने पर एक लाख की मदद दी जाएगी।
  • प्रधानमंत्री रोजगार श्रम योजनाओं का लाभ मिल सकता है|
  • बच्चों की पढ़ाई मै आर्थिक सहायता मिल सकती है |
  • स्वास्थ्य इलाज मै काम आ सकता है|
  • सरकारी योजनाओ का सीधे लाभ
  • भविष्य मै पेंशन योजना का लाभ मिल सकता है।
  • सभी सरकारी योजनाओ की जानकारी

ई श्रम से नुकसान

ई श्रम कार्ड उन लोगो को नहीं बनवाना चाहिए जिन्हे पहले से सरकारी सुविधाओ लाभ मिल रहा हो। ऐसे व्यक्ति जिन्हें वृद्धावस्था पेंसन या EPFO सदस्य , बिकलांग पेंशन , बिधवा पेंशन ESI के सदस्य या टैक्स भरते हो तो ऐसे लोगों को श्रम कार्ड नहीं बनवाना चाहिए। इन्हे साकार कोई फायदा नन्ही देगी। जो लड़के स्कूल या कालेज में पढ़ाई कर रहे हो उन्हें भी श्रमिक कार्ड नहीं बनवाना चाहिए।

ई-श्रम के लिए पात्रता

ई श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए ऐसे लोग आवेदन कर सकते है। जो असंगठित क्षेत्र रहकर काम करने वाले कामगार मजदुर ,गैर सरकारी नौकरी ,करने वाले मजदूर ,फेरी वाले ,कारपेंटर ,किसी फैक्ट्री में काम करने वाले ,दिहाड़ी मजदूर ,मछुआरे ,राजमिस्त्री ,पेन्टर ,ईट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर जो मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन कर रहे है। ऐसे लोग E SHRAM KARD बनवा सकते है। ऐसे व्यक्ति जिनकी उम्र 16-59 के मध्य है ई श्रमिक कार्ड बनवा सकते है।

ई श्रम में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

  • ई श्रमिक कार्ड योजना पोर्टल पर शर्तों को पूरा करने वाला कोई भी व्यक्ति पंजीकरण कर सकता है
  • एक असंगठित कामगार जिसकी आयु 16 से 59 वर्ष के बीच हो
  • जिसे ईपीएफओ/ ईएसआईसी/ या एनपीसी का लाभ न मिल रहा हो
  • जो सरकारी नौकरी न करता हो | ई श्रम पोर्टल पर अधिक विस्तृत जानकारी ले सकते हैं
  • असंगठित कामगार कौनअसंगठित कामगार ऐसा व्यक्ति जो असंगठित क्षेत्र में रहकर ग्रह आधारित कामगार, मजदूरी करने वाला व्यक्ति जिसमें संगठित क्षेत्र का व्यक्ति कामगार भी शामिल है 
  • जिसे ईएसआईसी, ईपीएफओ का लाभ नहीं मिल रहा है तथा जो सरकारी नौकरी नहीं करता असंगठित कामगार की श्रेणी में आता है|

आवश्यक दस्तावेज

  • ई श्रम कार्ड के Registration के लिए आवेदक का आधार कार्ड संख्या
  • आधार कार्ड से जुड़ा मोबाइल नंबर
  • पैन कार्ड
  • मोबाइल नंबर
  • आवेदक का बैंक खाता नंबर आईएफएससी कोड के साथ
  • पासपोर्ट साइज फोटो और किसी आवेदक का अभी तक किसी कारण से मोबाइल नंबर लिंक नहीं है तो वह सीएससी या एस एस आई सी सेंटर पर वेरिफिकेशन के द्वारा लिंक हो सकता है

ई श्रमिक कार्ड पंजीकरण

ई श्रम कार्ड योजना का लाभ उठाने के लिए आप नजदीकी सीएससी केंद्र या आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके लिए आपकी उम्र 16 से 59 साल के बीच होनी चाहिए. ईश्रम के जरिए सरकार का लक्ष्य असंगठित क्षेत्र के 38 करोड़ लोगों की मदद करना है. श्रमिकों को सरकार द्वारा सीधे लाभ दिया जाना है।

सरकार का दावा है कि इससे करीब 38 करोड़ असंगठित मजदूरों को फायदा होगा. जिसमें 20 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है. इसमें आवेदक को ई-श्रमिक कार्ड के माध्यम से एक यूएएन नंबर (UAN) विशिष्ट पहचान संख्या कार्ड दिया जाता है।

ई श्रम कार्ड जिसके जरिए आवेदक भविष्य में देश के कुछ राज्यों में नौकरी पा सकता है। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का डेटा एकत्र करने के लिए ई-श्रम पोर्टल और NDUW डेटाबेस लॉन्च किया है। इसका उपयोग भविष्य में अधिक नौकरियों और श्रमिकों के लिए आने वाली सरकारी नीतियों और नई योजनाओं को शुरू करने के लिए किया जाएगा.

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